JANUMET XR CP दवा की जानकारी,लाभ,हानि, विकल्प, विक्रेता
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नमस्कार
उत्पादनकर्ता: MSD PHARMACEUTICAL LTD.
सामग्री : SITAGLIPTIN 100MG (मौलीकुल)
METFORMIN 1000MG
रखने का तरीका- कमरे के तापमान पर सुखी एवम ठंडी जगह!
(Store below 30'C)
विक्रेता: भारत के राज्य से DRUG LICENCE
प्राप्त दवा विक्रेता या प्रतिष्ठित स्वास्थ्य संस्थान। JANUMET XR CP ☺
विस्तृत जानकारी:
JANUMET XR CP SCHEDULE -G समुह की दवा है जो डॉक्टर के रोगी के रोग,वजन,आयु,लिंग एवम रोगी के रक्त मैं घुलित ग्लूकोस की मात्रा के अनुसार लिखे हुऐ पर्ची से उतने दिनों के लिए दि जाति है यह एक एंटीडायबेटिक दवा है जो टाईप 2 डायबिटीज मेलिटस के ईलाज मै कार्य आती है यह व्यक्ति को उस समय दिया जाता है जब मधुमेह की अन्य दवा लेने और निश्चित व्याम और खान पान मैं बदलाव करने के बावजूद भी शुगर की मात्रा कम नहीं होती है या अचानक ही शरीर के अस्वस्थ होने पर ज्यादा शुगर की मात्रा का पता चले तब इन दवाओं को उपयोग मै लाई जाती है इस दवा मैं विशेष दो तत्वों का इस्तेमाल किया गया है पहला SITAGLIPTIN 100MG दूसरा METFORMIN 1000MG का मिश्रन है जो शुगर को नियंत्रण करने मैं अहम भूमिका निभाती है।
कार्य प्रणाली:
यहा हम पहले जानते है SITAGLIPTIN 100MG के कार्य के बारे में। यह रसायन शरीर के आंतरिक भाग अग्नासाय (पैंक्रियस)मैं ग्रंथियों के कार्य को बढ़ाता है जिसे अत्याधिक मात्रा मैं इन्सुलिन का रिसाव होता है इन्सुलिन की बढ़ी हुई मात्रा उन हार्मोन्स को कम करती है जो अत्याधिक मात्रा में ग्लूकोस के उत्पादन के लिए उत्तरदाई है तो दूसरी तरफ METFORMIN 1000MG लिवर (यकृत) मै ग्लूकोस के उत्पादन को कम करता है पेट के भाग आत मैं शुगर के अवशोषण के कार्य को कम करता है जिसे शरीर के अंगो मे ग्लूकोस की मात्रा कम पहुंच सके एवम अन्य आंतरिक अंगों को इन्सुलिन की मात्रा बढ़ाने के लिए प्रेरित करता है इस प्रकार दोनो रसायन साथ मिल कर शुगर की मात्रा को बेहतर तरीके से नियंत्रण करने मैं हमारे शरीर में कार्य आते है जिसे शुगर से होने वाले अन्य रोग जिनमे विशेष अंधापन,किडनी कि समस्या, हृदय रोग से बचा जा सके।
JANUMET XR CP के लाभ
1. शुगर की मात्रा को नियंत्रित करना
2. किडनी के कार्य को संतुलित करना
3. हृदय रोग के जोखिम को कम करना
इत्यादि.
JANUMET XR CP की हानि
1. दस्त
2. मिचली आना
3. गला मुख सुखना
4. भूख ना लगना
5. श्वास नली मे संक्रमण होना
6. लॉ ब्लड शूगर होना (हाइपोग्लाइसीमिया)
7. उल्टी
ईत्यादि।
ये समस्याएं मरीजों में एक या दो दिनों तक ही देखने को मिलते है और ठीक हो जाते है यदि ये समस्याएं हमेशा बनी रहती हो तो कृपया तुरंत अपने डॉक्टर को इन रोगों की जानकारी दे ।दवा मे बदलाव की आवश्यकता हो सकती है।
खुराक(dose):
डॉक्टर इन दवाओं की खुराक आपके अन्य बिमारिया, उम्र,लिंग,शुगर की मात्रा के अनुसार ही दिन मैं उक्त समय खाने से पहले या बाद मैं लेना सुरक्षित होता है तय करते हैं डॉक्टर के बिना सुझाए इस दवा का सेवन असुरक्षित और अमान्य है।
सुरक्षा संबंधित सलाह:
शुगर से पीड़ित व्यक्ती को यह जानना जरूरी होता है की शुगर की बीमारी को हमेशा के लिए ठीक नहीं किया जा सकता।यदि आपको पहले से किडनी कि बीमारी , लिवर की बीमारी या अन्य कोई विशेष रोग हो एवम पहले से कुछ दवाओं का सेवन करते है तो इन सभी की जानकारी अपने मधुमेह के डॉक्टर को अवश्य बताएं।दवा के साथ नशीले पदार्थों का सेवन आपके शरीर में गंभीर बीमारियों को जन्म देता है कृपया जीवनशैली में बदलाव करे ।डॉक्टर इन दवाओं के साथ साथ आपको प्रत्येक दिन व्याम करना,स्वास्थ आहार लेने और कई प्रकार के विशेष क्रियाकलाप से अवगत कराते हैं समय समय पर शुगर की मात्रा की जानकारी लेते हुए दवाओं मैं बदलाव भी करते है जिसे शरीर मैं रक्त मै घुलित शुगर की मात्रा को नियंत्रित मैं रखा जा सके ।इस दवा के प्रत्येक दिन के सेवन से कभी कभी ग्लूकोस की मात्रा बहुत ज्यादा कम हो जाती है और सिर चक्कर आना या मुख या जीभ सुखा परने लगता है उस समय आप थोड़ी मात्रा मैं किसी मीठे भोज्य पदार्थ का सेवन करने से यह समस्या ठीक हो जाती है।
सावधानियां
गर्भावस्था के समय इन दवाओं का गर्भ मे विकसित हो रहे बच्चे पर शोध के अनुसार विशेष कोई नकारात्मक प्रभाव की पुष्टि नहीं है लेकिन शुगर की मात्रा की जानकारी लेते हुए डॉक्टर आपके और आपके बच्चे के जोखिम की तुलना करने पर ही इस दवा की खुराक लेने की सलाह देते है।
दुग्धपान (ब्रेस्टफीडिंग)के दौरान यह दवा दूध मै मिश्रित होकर बच्चे को नुकसान पहुंचा सकती। कृप्या डॉक्टर के देखरेख में दवा का इस्तेमाल करे।
लिवर मे इस दवा के सेवन से कोई विशेष नकरात्मक प्रभाव नही मिलता लेकिन पहले से लिवर में कोई बीमारी हो तो कृपया डॉक्टर की इसकी जानकारी पहले दे।
किडनी मैं इस दवा के सेवन से कोई गलत प्रभाव नही परता यदि किडनी मे पहले से कोई बीमारी हो तो उसे प्रभावित कर सकती है डॉक्टर को इसकी जानकारी पहले दे।
दवा के सेवन से नसे की लत नही लगती और ना ही मस्तिष्क पर कोई प्रभाव डालती।लेकिन कभी कभी
हाइपोग्लाइसीमिया के कारण सिर मैं चक्कर आ सकता है।
Mr Sany guita (B. PHARMA, Pharmacist)
10 YEAR experience Emami frankross pharmecy counter
सह लेखक
Mr DHIRAJ PASWAN
Senior Counter Associate (8 YEAR EMAMI FRANKROSS PHARMACY)
Note: यहां दी गईं MEDICINE कि जानकारी सिर्फ एजुकेशन परपस के लिए है और ना ही किसी रोग के निदान के लिए।कृपया किसी भी प्रकार के रोग के लिए अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
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